मध्य प्रदेश जनवरी गतिविधि – सरकारी छात्रवृत्ति योजनाएं
अपेक्षित परिणाम
- विद्यार्थियों को मध्य प्रदेश की छात्रवृत्ति योजनाओं (मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी (एमएमवीवाई) योजना (एमएमवीवाई), मुख्यमंत्री जनकल्याण (शिक्षा प्रोत्साहन योजना), प्रतिभा किरण योजना) के बारे में जानने में मदद करें।
- सीखे गए कौशल– तार्किक सोच का कौशल (क्रिटिकल थिंकिंग), तर्क करना, संवाद स्थापित करना और सहयोग करना।
सत्रों की रूपरेखा
क्रमांक | सत्र का विवरण | अनुमानित समय सीमा |
1 | परिचय
चरण 1 से चरण 5 तक का कृपया पालन करें |
45 मिनट |
आवशयक सामग्री
सूचनाओं की पर्चियाँ, बोर्ड, चॉक
गतिविधि के चरण
अनुमानित समय सीमा: 45 मिनट
परिचय
चरण 1 – परिचय
आइए आज के सत्र की शुरुआत कनिका नाम की एक लड़की की कहानी से करते हैं। उसने हाल ही में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है और कंप्यूटर इंजीनियर बनना चाहती है। पढ़ाई में अच्छी होने के बावजूद उसे आगे की पढ़ाई में लगने वाले फीस की चिंता सता रही है। वह अब अपने माता-पिता पर बोझ नहीं बनना चाहती। उसकी सहेली डॉली ने अपने पड़ोस के मित्र से मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना (एमएमवीवाई) के बारे में सुना था। आइए आज हम इस योजना के बारे में कनिका के आवेदन करने की यात्रा की मदद से समझते हैं।
इसके बाद शिक्षक यह कहकर गतिविधि का परिचय दे सकता है कि, मध्य प्रदेश सरकार ने विद्यार्थियों को उनकी भविष्य की शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता देने के लिए कई छात्रवृत्ति पहल शुरू की हैं। योग्य उम्मीदवार लाभ प्राप्त करने के लिए किसी भी छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। एम.पी. छात्रवृत्ति 2022-23 का प्राथमिक लक्ष्य पूरे राज्य में शिक्षा में सुधार करना है|
यदि विद्यार्थियों को किसी छात्रवृत्ति योजना का नाम पता हो तो उनसे कुछ योजनाओं के नाम लेने के लिए कहें। विद्यार्थियों के जवाब के बाद, शिक्षक यह कहकर आगे बढ़ सकते हैं कि, आज के सत्र में हम इसके बारे में अधिक जानेंगे –
कनिका की कहानी के सहारे मध्य प्रदेश की सरकारी छात्रवृत्ति योजनाएँ।
चरण 2 : तैयारी और समूह निर्माण
- विद्यार्थियों को 3 समूहों में विभाजित करें। उन्हें कनिका की कहानी के तीन भाग दीजिए। यदि कक्षा का आकार बड़ा है, तो छात्रों को 6 समूहों में भी विभाजित किया जा सकता है, और दो समूहों में कहानी का एक ही भाग दे सकते हैं।
- प्रत्येक समूह को कहानी के पर्चे वितरित करें (शिक्षकों से अनुरोध है कि वे कक्षा में कहानी के पर्चों के साथ तैयारी से आएं - प्रिंट सेक्शन में दी गई पीडीएफ देखें)।
- प्रत्येक समूह को उन्हें दी गई कहानी के भाग को पढ़ने के लिए कहें और 10 मिनट में उनके अपने शब्दों में योजना की 4-5 प्रमुख विशेषताओं को उनके द्वारा दिए गए दृश्य के आधार पर समझाने के लिए तैयार रहने के लिए कहें।
दृश्य 1 - पर्ची 1
योजना: मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना (एमएमवीवाई) |
मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना (एमएमवीवाई) के बारे में कनिका की अपनी पड़ोसी डॉली से चर्चा के दौरान।
डॉली कनिका से कहती हैं, मध्य प्रदेश सरकार इस योजना के लिए मध्य प्रदेश के कक्षा 12 वीं के उत्तीर्ण विद्यार्थियों से जो हर विषय में स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम में नामांकित हैं उन्हें आवेदन के लिए आमंत्रित करती है। यह योजना मध्य प्रदेश के प्रतिभाशाली और मेधावी विद्यार्थियों को करियर के आशाजनक अवसर प्रदान करती है। योग्यता परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर विद्यार्थियों का चयन किया जाता है। योजना के बारे में सुनकर कनिका अविश्वसनीय रूप से खुश है, वह डॉली से आगे पूछती है, लेकिन मुझे कैसे पता चलेगा कि मैं योजना के लिए पात्र हूं या नहीं? डॉली जवाब में कहती है - योजना ने पात्रता मानदंड को बहुत स्पष्ट रूप से सूचीबद्ध किया है। योग्य होने के मापदंड,
डॉली उसे यह भी बताती है कि योग्य विद्यार्थियों को पूरी ट्यूशन फीस देने में एमएमवीवाई योजना का लाभ मिलता है। कनिका यह सुनकर बहुत उत्साहित हैं। |
दृश्य 2 - पर्ची 2
योजना: मुख्यमंत्री जनकल्याण शिक्षा प्रोत्साहन योजना। |
डॉली से एमएमवीवाई और इसकी पात्रता के मानदंड के बारे में सुनने के बाद कनिका अब अन्य योजनाओं के बारे में और जानना चाहती हैं। इसके बाद वह अपनी स्कूल की अध्यापिका श्रीमती शर्मा से मिलने का फैसला करती है, जिन्होंने कुछ समय पहले छात्रवृत्ति योजनाओं के बारे में बात की थी।
श्रीमती शर्मा को कनिका से मिलकर और योजनाओं के बारे में उसे और ज्यादा जानकारी देकर खुशी हुई। वह कनिका को मुख्यमंत्री जनकल्याण शिक्षा प्रोत्साहन योजना के बारे में बताती हैं| शिक्षिका, कनिका को बताती हैं कि यह योजना समाज के गरीब/आर्थिक रूप से कमजोर तबकों के सभी विद्यार्थियों के लिए है, यानी इसके अंतर्गत असंगठित श्रमिकों के परिवार आते हैं। कनिका श्रीमती शर्मा से योजना के पात्रता मापदंड के बारे में पूछती है। श्रीमती शर्मा का कहना है कि योजना के लिए आवेदन करने की पात्रता निम्न हैं -
श्रीमती शर्मा आगे कनिका से कहती हैं कि एक बार पात्रता मापदंड का सत्यापन हो जाने के बाद, जो विद्यार्थी पात्र हैं उनको इस योजना के लाभ के अंतर्गत 100% ट्यूशन फीस माफ हो जाती है। कनिका विद्यालय की शिक्षिका से फिर पूछती है कि अगर वह भविष्य में चाहे तो इस स्कॉलरशिप के लिए कैसे अप्लाई कर सकती है? श्रीमती शर्मा ने उत्तर दिया, “ऑनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण और लॉग इन करके, तुम पात्रता के अनुसार योजना का लाभ उठा सकती हो”। तभी स्कूल की घंटी बजती है। श्रीमती शर्मा कहती हैं कि उनकों अभी जाना है आप 'प्रतिभा किरण योजना' नामक एक अन्य योजना के बारे में जानने के लिए अपनी सहपाठी सीमा से मिल सकती है। सीमा की बड़ी बहन को इसी साल इस योजना का लाभ मिला हैै। कनिका ने जानकारी के लिए श्रीमती शर्मा को धन्यवाद दिया। |
दृश्य 3 - पर्ची 3
योजना का नाम: प्रतिभा किरण |
विद्यालय से वापसी के रास्ते में कनिका और डॉली, सीमा से मिलते हैं। वे उसे बताते हैं कि वे इस योजना : प्रतिभा किरण (उच्च शिक्षा विभाग) के बारे में जानने के लिए बहुत उत्सुक हैं।
सीमा कहती है कि उन्हें अपनी बहन पर बहुत गर्व है जिसने इस साल यह स्कॉलरशिप हासिल की है। लेकिन मैं इस योजना की पूरी जानकारी के बारे में बहुत आश्वस्त नहीं हूँ। सीमा उन्हें कहती है “ मेरा घर तुम्हारे रास्ते में ही पड़ता है कृपया वहां रुको और मेरी बहन से मिलो वह तुम्हे सही जानकारी दे सकती है। सीमा की बहन उनके साथ योजना की जानकारी उनसे साझा करने में प्रसन्न होती है, वह निम्न जानकारी से बताती है कि यह योजना किसके लिए है -
सीमा की बहन ने बताया कि यह छात्रवृत्ति विद्यार्थी को प्रति वर्ष 5000 रुपये तक की सहायता दे सकती है। जब कनिका ने पूछा कि वह इस छात्रवृत्ति के लिए कैसे आवेदन कर सकती हैं, तो सीमा ने कहा कि, वह आवेदन कैसे करना है यह जानती है, क्योंकि वह अपनी बहन के साथ ऑनलाइन पंजीकरण कराने गई थीं। उसकी बहन ने कहा कि अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/सामान्य वर्ग के विद्यार्थी अपना पंजीकरण करा सकते हैं, जिसके बाद वे पोर्टल पर पंजीकरण आईडी के साथ लॉग इन करके योजना के लाभ के लिए आवेदन कर सकते हैं। कनिका और डॉली विभिन्न प्रकार के विद्यार्थियों के लिए इस तरह की छात्रवृत्ति बनाने के लिए सरकार को धन्यवाद देते हुए घर लौट आए। विद्यार्थियों को बस इतना करना है कि अच्छी तरह से अध्ययन करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करना है। |
चरण 3: प्रस्तुतियाँ
प्रत्येक समूह एक-एक करके प्रस्तुति का अपना भाग प्रस्तुत करने के लिए आगे आएगा। प्रत्येक समूह के लिए 3-5 मिनट का समय निर्धारित करें।
चरण 4: सवाल-जवाब (डीब्रीफ) सत्र
प्रस्तुति के बाद, शिक्षक सत्र को डीब्रीफ करने के लिए कुछ प्रश्न पूछेंगे -
- क्या इन योजनाओं से अन्य राज्यों के विद्यार्थियों को लाभ होगा?
- इस गतिविधि ने आपकी मदद कैसे की है ताकि आप भविष्य में इस छात्रवृत्ति के लिए आवेदन कर सकें?
- कनिका के व्यवहार के किन पहलुओं से पता चलता है कि वह सतर्क, जागरूक और सक्रिय नागरिक है?
चरण 5: गृहकार्य
प्रत्येक समूह के विद्यार्थियों को आधिकारिक पोर्टल पर जाने या कॉल करने और उस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची के बारे में पता लगाने के लिए कहें, जिसके बारे में उन्होंने बात की थी। वे अपने निष्कर्ष लिख सकते हैं और इसे नोटिस बोर्ड पर लगा सकते हैं।
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एनआईसी द्वारा डिजाइन और विकसित राज्य छात्रवृत्ति पोर्टल, मध्य प्रदेश State Scholarship Portal, Madhya Pradesh designed and developed by NIC (mp.nic.in)
होम - राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल Home - National Scholarship Portal (scholarships.gov.in)
टोल फ्री नंबर (केवल अनुसूचित जाति विभाग के लिए)- 1800-233-1626
पीएमएस एससी संबंधित मुद्दों के लिए ई-मेल - cscd.bhopal@mp.gov.in फोन नंबर - 0755-2661914
पीएमएस ओबीसी संबंधित मुद्दों के लिए ईमेल - नोडल अधिकारी nodalofficerobc@mp.gov.in फोन नंबर- 0755-2553329
और भी बहुत से विभाग हैं जिन पर आप जा सकते हैं और जानकारियाँ प्राप्त कर सकते हैं।
रिफ्लेक्शन शीट्स और फीडबैक फ़ॉर्म
शिक्षक कृपया फीडबैक फ़ॉर्म भरें और विद्यार्थियों को भी रिफ्लेक्शन शीट भरने के लिए याद दिलाएं।